बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस की निष्क्रियता से व्यथित होकर गैंगरेप पीड़िता ने आत्महत्या कर ली। पीड़िता गैंगरेप के आरोपियों पर कार्यवाई न होने से व्यथित थी, जिसके बाद उसने मौत को गले लगा लिया। उधर, छात्रा के आत्महत्या के बाद पुलिस में खलबली मच गई। इसके बाद जिले में आनन-फानन टीमों का गठन कर दबिश दी गई। मुख्य आरोपित के एक करीबी की सूचना पर पुलिस ने गैंगरेप के मुख्य आरोपी कमरूद्दीन को हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। माना जा रहा है जल्द ही अन्य दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
छात्र ने मौत को गले लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा जिसमें उसने पूरी बता लिखी है। नोट के अनुसार, पीड़िता ने कहा कि 3 अक्टूबर को उसका कमरुद्दीन नाम के युवक और उसके तीन दोस्तों ने अपहरण कर लिया था। पीड़िता ने आरोप लगाया कि फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। पीड़िता ने अनूपशहर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उसने कहा कि कमरुद्दीन ने उससे माफी मांगी और उससे शादी करने की भी पेशकश की जिसके बाद उसने शिकायत के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला किया।
16 अक्टूबर को, कमरुद्दीन और उसके दोस्तों ने फिर से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और पुलिस ने 24 अक्टूबर को उसकी शिकायत पर मामला दर्ज किया लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़िता के पिता ने स्थानीय पत्रकारों से कहा कि उनकी बेटी ने खुदकुशी कर ली क्योंकि वह पुलिस की निष्क्रियता से परेशान थी।
बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है और जांच अधिकारी, जिन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी शिकायत में जांच में देरी की है, को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, अनूपशहर के इंस्पेक्टर और सर्कल अधिकारी की भूमिका की जांच एसपी क्राइम द्वारा की जा रही है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।