नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का केंद्रीय बजट संसद में पेश कर दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने स्वाथ्य और हेल्थकेयर सेक्टर के लिए बजट 94 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2.38 लाख करोड़ रुपये का किया है और इसके जरिए देश के सभी लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज भारत के पास 2 टीके उपलब्ध हैं और उसने न केवल अपने नागरिकों को ही नहीं बल्कि 100 या उससे अधिक देशों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। जल्द ही 2 और टीके भी मिलने की उम्मीद है।
निर्मला सीतारमण ने ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया की जीत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि हमारे पास कैसी क्वॉलिटी है। जो पीछे थे उन्होंने आगे निकलकर परफॉर्म किया। भारत में सबसे कम ऐक्टिव कोरोना केस हैं। हमारी लड़ाई जीत की तरफ है।
आत्मनिर्भर भारत 130 करोड़ लोगों की आकांक्षा है। इंटरनेशनल सोलार अलायंस में हम साथ हैं। हम नेशन फर्स्ट, किसानों की आमदनी दोगुनी करने, गुड गवर्नेंस, सबके लिए शिक्षा, महिला सशक्तिकरण पर फोकस करेंगे।
– प्रिवेंटिव, क्यूरेटिव और वेल बीईंग, पीएम आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना शुरू होगी। इस पर 61 हजार करोड़ रुपए अगले 6 साल में खर्च होंगे। प्राइमरी से लेकर उच्च स्तर तक की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जाएगा। नई बीमारियों पर फोकस होगा। नैशनल हेल्थ मिशन से अलग होगा। 75 हजार ग्रामीण हेल्थ सेंटर, सभी जिलों में जांच केंद्र, क्रिटिकल केयर हॉस्पीटल ब्लॉक 602 जिलों में , नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल, इंटिग्रेडेट हेल्थ इनफो पोर्टल को मजबूत बनाया जाएगा।
– 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट को चालू किया जाएगा। 32 एयरपोर्ट पर भी ये बनेंगे। नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ वर्ल्ड हेल्थ बनेगा। 9 बायो लैब बनेगा। चार नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी बनेगा।
पोषण पर फोकस किया जाएगा। न्यूट्रीशन 112 अस्परेशनल जिलों में इस पर खास ध्यान दिया जाएगा। जल जीवन मिशन (अर्बन) लॉन्च किया जाएगा। सभी शहरी निकायों के साथ इस पर काम होगा।
शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 पर एक लाख 41 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगले पांच साल में दो हजार करोड़ रुपए क्लीन एयर पर खर्च होंगे।
पुरानी कारों को स्क्रैप किया जाएगा। इससे प्रदूषण कंट्रोल होगा। तेल आयात बिल भी घटेगा। ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर बनाए जाएंगे। निजी गाड़ी 20 साल बाद इन सेंटर ले जाने होंगे।
35 हजार करोड़ कोविड वैक्सीन के लिए होगा। जरूरत हुई तो और फंड दिया जाएगा। 2 लाख 32 हजार करोड़ रुपए का हेल्थ बजट। पिछली बार 92 हजार करोड़ का था। इस बार 137 फीसदी की बढोतरी हुई है।
रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम- 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने के लिए मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस जरूरी है। ग्लोबल सप्लाई चेन में शामिल करना हमारा लक्ष्य है जिससे ग्लोबल चैंपियन बन सकें। सरकार ने इसके लिए 1.5 लाख करोड़ रुपए का ऐलान किया था।