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‘भ्रष्टों को बचाने’ के लिए चर्चा से भागा विपक्ष : मोदी

'भ्रष्टों को बचाने', प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी, विपक्षी दलों, नोटबंदी

 

'भ्रष्टों को बचाने', प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी, विपक्षी दलों, नोटबंदी

कानपुर| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के शीत सत्र के नहीं चल पाने का ठीकरा सोमवार को विपक्षी दलों पर फोड़ा। उन्होंने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भ्रष्टों को बचाने’ के लिए उन्होंने संसद की कार्यवाही में अवरोध उत्पन्न किया और नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा नहीं होने दी। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मोदी ने एक रैली में कहा, “उन्होंने (विपक्ष) संसद नहीं चलने दी, क्योंकि वे नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार नहीं थे।”

उल्लेखनीय है कि 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने के सरकार के आठ नवंबर के फैसले को लेकर संसद का पूरा शीत सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। केंद्र सरकार ने कालेधन, भ्रष्टाचार और आतंकवादियों के वित्त पोषण पर अंकुश लगाने का हवाला देते हुए नोटबंदी की घोषणा की थी।

मोदी ने कहा, “यहां तक कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी उनसे (विपक्ष) संसद में बाधा नहीं डालने का आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने उनकी भी सलाह नहीं सुनी। उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वे नोटबंदी पर चर्चा से भाग रहे थे।”

विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, “यहां तक कि उन्होंने संसद की कार्यवाही में अड़चन डालने के लिए लोकसभा अध्यक्ष पर कागज के टुकड़े भी फेंके।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “उन्होंने यह सब भ्रष्टों को बचाने के लिए किया, जबकि सरकार ऐसे लोगों को पकड़ने में जुटी है।”

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