वाशिंगटन। विश्व में इस साल 48 पत्रकारों की हत्या की गई और सीरिया लगातार पांचवे साल पत्रकारिता के लिहाज से सबसे खतरनाक देशों में शीर्ष पर बना हुआ है। एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है।
अमेरिका के गैर-लाभकारी संगठन ‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट’ द्वारा सोमवार को जारी किए गए अध्ययन के नतीजों से पता चलता है कि केवल सीरिया में 14 पत्रकार मारे गए। पत्रकारों के लिए अन्य खतरनाक देश भी मध्य पूर्व के ही रहे।
इराक, यमन, अफगानिस्तान, सोमालिया और लीबिया ने इस सूची में दूसरे से छठा स्थान हासिल किया है।
निर्धारित उद्देश्य के साथ मारे गए 48 पत्रकारों में 26 संघर्ष या गोलीबारी में मारे गए, 18 की हत्या कर दी गई और 3 खतरनाक कार्य के दौरान मारे गए। रिपोर्ट में एक अन्य की स्थिति का उल्लेख नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त अज्ञात इरादों के तहत 27 पत्रकारों की हत्या हुई है।