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पाकिस्तान के पीएम अब्बासी के नए मंत्रीमंडल ने शपथ ली

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी के नए मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को यहां शपथ ली। नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने सदस्यों की वापसी हुई है। हालांकि, उनके कार्यभार में काफी बदलाव आए हैं।  नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार में रक्षा मंत्री रहे ख्वाजा मुहम्मद आसिफ नए विदेश मंत्री होंगे।

2013 में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सत्ता में आने के बाद से देश में कोई पूर्णकालिक विदेश मंत्री नहीं था। पूर्व योजना मंत्री अहसान इकबाल आंतरिक मंत्रालय का प्रभार संभालेंगे। अंतिम पूर्णकालिक विदेश मंत्री हीना रब्बानी खार थीं, जिन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की पिछली सरकार में अपनी सेवाएं दी थी।

नवाज सरकार में सरताज अजीज वस्तुत: विदेश मंत्री के रूप में सेवाएं दे रहे थे, क्योंकि वह प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के विशेष सलाहकार थे।मंत्रिमंडल में 46 सदस्य हैं। इनमें से 44 सदस्यों ने अपने पद की शपथ ली। शपथ राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने दिलाई। इस नए मंत्रिमंडल में 28 संघीय और 18 राज्य मंत्री हैं।

अब्बासी ने अयोग्य घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ने वाले नवाज शरीफ और पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ के साथ लाहौर में छह घंटे तक परामर्श किया। आसिफ के अलावा, पूर्व योजना मंत्री एहसान इकबाल मुख्य रूप से गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे, जो पहले चौधरी निसार अली खान के पास था।

शरीफ के मंत्रिमंडल में गृह मंत्री रह चुके वरिष्ठ पार्टी नेता चौधरी निसार ने एक अगस्त को गठित हुई नई सरकार का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है। इसहाक डार वित्तमंत्री बने रहेंगे, जबकि परवेज मलिक नए वाणिज्य मंत्री बनाए गए हैं।

मलिक ने खुर्रम दस्तगीर खान की जगह ली है। खान को रक्षा मंत्री बनाया गया है।अब्बासी के मंत्रिमंडल में दानियल अजीज, फैसलाबाद के तलाला चौधरी, रहीमयार खान के अरशद लोगारी और टोबा टेक सिंह के जुनैद अनवर चौधरी नए चेहरे हैं।

सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब, कानून मंत्री जाहिद हमीद, राजधानी प्रशासन व विकास प्रभाग के प्रभारी तारिक फैजल चौधरी अपने पद पर बने रहेंगे। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सूचना सचिव मुशाहिदुल्लाह खान को जलवायु परिवर्तन मामलों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

इस शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन पहले बुधवार को किया जाना था, लेकिन सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के शीर्ष नेता कैबिनेट के सदस्यों के रूप में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को अंतिम रूप नहीं दे सके। इस कारण इस शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया गया।

पिछले कई दिनों से पीएमएल-एन के नेतृत्व में कई बैठकों का आयोजन हो रहा था। अब्बासी के मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने के साथ ही, पार्टी के नेतृत्व में भविष्य की कार्रवाई की योजना तैयार करने के लिए कई सत्र आयोजित किए जा रहे थे।

पार्टी के सूत्रों का कहना है कि शहबाज शरीफ पंजाब नहीं छोड़ना चाहते थे। इस प्रांत पर 2008 से ही उनका शासन था। शहबाज के करीबियों का दावा है कि मुख्यमंत्री का मानना है कि मुख्यमंत्री का मानना है कि आगामी आम चुनाव में एक वर्ष से भी कम समय रह गया है और ऐसे में पंजाब में उनकी निरंतरता महत्वपूर्ण है।

पनामा पेपर मामले में सर्वोच्च न्यायालय के एक फैसले के बाद नवाज शरीफ ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद संघीय कैबिनेट भंग कर दी गई थी।

 

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Sudha Pal
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