Health

बुजुर्गो में विटामिन बी12 की है भारी कमी, तो हो सकती है आॉटिज्म, सिजोफ्रेनिया जैसी खतरनाक बीमारी

imageन्यूयॉर्क | बुज़ुर्गों में बिमारियों का खतरा बना ही रहता है उम्र के बढ़ने से शरीर में तरह तरह की कमियां होने लगती हैं। वही बुज़ुर्गों में एक स्वस्थ मस्तिष्क का विटामिन बी12 से गहरा संबंध होता है, क्योंकि हालिया अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि बढ़ती उम्र के साथ इसकी मात्रा घटती जाती है, साथ ही ऑटिज्म या सिजोफ्रेनिया (अर्धकपारी) के मरीजों में भी इसकी भारी कमी होती है।

अमेरिका में फ्लोरिडा के नोवा साउथईस्टर्न युनिवर्सिटी (एनएसयू) में फॉर्मेकोलॉजी के प्रोफेसर रिचर्ड डेथ ने कहा कि ऑटिज्म से पीड़ित 10 साल से कम आयु के एक बच्चे में एक स्वस्थ बच्चे की तुलना में मस्तिष्क में विटामिन बी12 का स्तर तीन गुना कम होता है। यह स्तर लगभग 50 वर्ष के व्यक्ति के मस्तिष्क में पाए जानेवाले विटामिन बी12 के स्तर के बराबर होता है।

निष्कर्ष से यह बात स्पष्ट होती है कि इसपर अध्ययन करने की जरूरत है कि अनुपूरक के रूप में मिथाइल बी12 तथा एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे ग्लूटाथियॉन तनाव को कम करने या इन बीमारियों के इलाज में कारगर है या नहीं। डॉ.डेथ ने कहा, “यह महत्वपूर्ण निष्कर्ष है, क्योंकि मस्तिष्क में विटामिन बी12 की कमी के बावजूद बढ़ती उम्र के साथ विटामिन बी12 के स्तर में आई कमी, ऑटिज्म तथा सिजोफ्रेनिया के मरीजों के रक्त के नमूने में विटामिन बी12 की कमी नहीं देखी जाती है।”

पत्रिका ‘पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस वन’ (पीएलओएस वन) में प्रकाशित अध्ययन में उन्होंने कहा कि ऑटिज्म तथा सिजोफ्रेनिया के मरीजों के मस्तिष्क में विटामिन बी12 की भारी कमी इस बात का जवाब दे सकती है कि इसकी कमी वाले रोगियों में आखिर क्यों मनोविकार संबंधी लक्षण सामने आते हैं।

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