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चित्रकला प्रतियोगिता में आठ सौ छात्रों के किया प्रतिभाग

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साइंस एक्सपो में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

लखनऊ। 7वें साइंस एक्स्पो के दूसरे दिन ‘प्रकृति हमारे चारों ओर’’, ‘‘विज्ञान एवं समाज’’ एवं ‘‘नवप्रवर्तन’’ विषयों पर आधारित 3 समूहों में चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग 800 विद्यार्थियों ने भाग लेकर चित्रों के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त किया। साथ ही साथ ‘‘दैनिक जीवन में विज्ञान’’ एवं ‘‘वैज्ञानिक संस्थाओं को जानिए’’ विषयों पर आधारित लिखित विज्ञान प्रश्नोत्‍तरी तथा स्लोगन लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिनमें लगभग 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया।  ‘‘वैज्ञानिक संस्थाओं को जानिए’’ बहुत रूचिकर प्रतियोगिता है क्योंकि इसके माध्यम से विद्यार्थींगण एक ही स्थान पर अर्थात साइंस एक्सपों में रहकर विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर 2 सुपरकूल विज्ञान शो का आयोजन आंचलिक विज्ञान नगरी की टीम द्वारा किया गया जिसके अंतर्गत .196डिग्री सेंटीग्रेड जैसे निम्न तापमान पर आधारित रूचिकर प्रदर्शनों को दिखाया गया।

आज के आयोजन के अगले सत्र में दो लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यानों का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डा.वी.पी. शर्मा द्वारा ‘‘पेयजल एवं प्लास्टिकः महत्व एवं सुधारीकरण युक्ति’’ विषय पर व्याख्यान दिया गया। इसमें उन्होंने प्लास्टिक के दुष्प्रभावों तथा हमारे समाज में पेयजल द्वारा फैलने वाली अनेक बीमारियों का व्यौरा देते हुए समाज को सजग रहने का संकेत दिया तथा स्वास्थ रहने के अनेक उपाय भी सुझाये जैसे कि प्लास्टिक की बोतल का कम-से-कम प्रयोग क्योंकि किसी न किसी रूप में उसे विषैला माना जाता है। व्याख्यान के दूसरे दौर के अन्तर्गत प्रो. रचना मिश्रा, आई.टी. कालेज, लखनऊ द्वारा ’’स्वस्थ जीवन एक जैकपाट है आप इसे प्राप्त कर सकते हैं’’ विषय पर दिया।DSC_0535

जिसके अन्तर्गत आपने बताया कि हमें अपने दैनिक दिनचर्या में किस प्रकार से नियमपूर्वक भोजन इत्यादि लेना चाहिए ताकि हम पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकें साथ ही यह भी बताया कि भोजन हमें एक निश्चित अवधि में लेना चाहिए तथा एक पूर्ण भोजन तभी होता सकता है जब हमारी थाली में तीन रंगों के व्यंजन हों जैसे दालें, हरी सब्जियाँ एवं दूध से बनी खाद्य सामग्री इत्यादि तथा व्याख्यान के अन्त में उन्होंने यह भी कहा कि अच्छा खाने से अच्छी सोच विकसित होती है। आंचलिक विज्ञान नगरी के परियोजना समायोजक ने बताया कि एक्स्पो के तीसरे दिन दिनांक 7.2.2016 को सीडीआरआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा.ए.के. बालापुरे द्वारा ‘‘स्वास्थ्य एवं बीमारियों में मृत कोशिकाओं का महत्व’’ विषय पर एक लोकप्रिय व्याख्यान के साथ पारिवारिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कठपुतली प्रदर्शन एवं विज्ञान व्याख्यान का आयोजन किया जायेगा।

 

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