अमरेली। अपने धर्म पर उठे सवाल को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्षियों पर तीखा हमला किया है। बीते गुरूवार को व्यापारियों की बैठक को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि उन्हें अपने धर्म के बारे में किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है और न ही वह धर्म को लेकर ‘दलाली’ करते हैं। वे और उनका पूरा परिवार शिवभक्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी दादी (दिवंगत इंदिरा गांधी) और मेरा परिवार शिवभक्त है। लेकिन हम इन चीजों को निजी रखते हैं। हम आमतौर पर इस बारे में बातचीत नहीं करते हैं, क्योंकि, हमारा मानना है कि यह बेहद व्यक्तिगत मामला है और हमें इस बारे में किसी के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इसका ‘व्यापार’ नहीं करना चाहते हैं। हम इसको लेकर दलाली नहीं करना चाहते हैं। हम इसका राजनैतिक उद्देश्य के लिये इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं।’’
गांधी ने कहा, ‘‘मैं आपको बताऊंगा कि कल क्या हुआ। मैं मंदिर के भीतर गया। तब मैंने विजिटर्स बुक पर साइन किए। उसके बाद भाजपा के लोगों ने दूसरी पुस्तिका में मेरा नाम लिख दिया।’’
उन्होनें सरदार वल्लभभाई पटेल और जवाहर लाल नेहरू के सम्बन्ध को समझाते हुए उन्होनें कहा कि, उनके बीच कुछ राजनैतिक और विचारधारात्मक मतभेदों के बावजूद भी मित्रता थी।