प्रतापगढ़। स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ बच्चन पूरे भारत देश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाना चाहते हैं, लेकिन उनके पैतृक गांव में गंदगी का अंबार लगा है और यह भी बता दें कि पूरे गांव में एक भी शौचालय नहीं है। गांव में शौचालय के गड्ढे खुदे हुए हैं, लेकिन शौचालय बनाने के लिए पैसों का आवंटन नहीं हो रहा है।
बता दें कि जैसे एक कहावत है, दीपक तले अंधेरा, यह कहावत सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के गांव में बिल्कुल फिट बैठती है। भारत को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए बिग बी द्वारा भले ही पूरे देश मे स्वच्छता की अलख जगाई जा रही हो, लेकिन उनका पैतृक गांव इससे कोसों दूर है।
बता दें बच्चन साहब जहां टेलीविजन पर हरिया को रेलवे ट्रैक पर शौच न करने की हिदायत देते हुए देखे जाते हैं और गांवों को ओडीएफ बनाने के लिए प्रचार-प्रसार इनके द्वारा ही किया जा रहा है, लेकिन वहीं बिग-बी के पैतृक गांव प्रतापगढ़ जिले के बाबू पट्टी के करीब 90 फीसदी लोग आज भी खुले में शौच करते हैं। ग्रामीणों की मानें तो गांव में कुल 218 परिवार हैं, जिनमें 48 शौचालय की स्वीकृति भी हुई, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते उसके लिए भी धन का अवांटन नहीं हो सका है।
स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एम्बेसडर अमिताभ बच्चन के गांव में हुई प्रशासनिक अनदेखी के मामले में प्रतापगढ़ जिलाधिकारी का कहना है कि पैसे की कोई कमी नहीं है और 500 से अधिक गांवों को ओडीएफ किया गया है और जल्द ही रानीगंज तहसील के बाबूपट्टी गांव में शौचालय बनवाकर बिग-बी के गांव को भी ओडीएफ घोषित किया जाएगा, लेकिन सवाल उठना लाजमी है कि इतने महत्वपूर्ण गांव की जिला प्रशासन अब तक उपेक्षा क्यों कर रहा था।