नई दिल्ली। देश को 11400 करोड़ का चूना लगाने वाले नीरव मोदी और मेहुल चोकसी कहां है इसे लेकर अभी तक कोई खबर नहीं है। सरकार अभी तक इस पूरे मामले में कोई ठोस जवाब नहीं दे सकी है लेकिन अब खबर है कि पीएनबी बहुत जल्द उन बैंकों का पैसा लौटाने की तैयारी में है जिनसे नीरव मोदी ने पीएनबी के सहारे लैटर ऑफ अंडरटेकिंग के आधार पर पैसा लिया है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही यह खबर आई थी कि मार्च में कुछ सम्पति को बेचकर करीब 500 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी में है बैंक। पीएनबी से मिली जानकारी के अनुसार बैंक चाहता है कि वैसी प्रॉपर्टी को नीलाम करेंगा जो उसके कब्जे में है। इतना ही नहीं इनकी कीमत बाजार भाव से कम होगी। यह प्रॉपर्टी अलग अलग शहरों में हैं जिनमें रिहायशी और कमर्शियल प्रॉपर्टी शामिल हैं।
खबरों की मानें तो पानीपत, हिमाचल के सोलन और सिरमौर, श्रीगंगानगर, मदुरै, देहरादून, बोकारो, कोयंबटूर, सूरत जैसे शहरों में सही दाम में प्रॉपर्टी मिल जाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो मार्च में इन प्रॉपर्टी को बेचने की तैयारी में है। नीलामी की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। नीलामी के समय पैन कार्ड होना बेहद जरूरी होगा।
सीबीआई ने बैंक महाप्रबंधक को गिरफ्तार किया
उधर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि उसने 11,&00 करोड़ रुपये के घोटाले के सिलसिले में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के महाप्रबंधक स्तर के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। साथ ही मामले के मुख्य आरोपी हीरा व्यापारी नीरव मोदी के महाराष्ट्र के अलीबाग स्थित फार्महाउस को सील कर दिया है।
अगस्त 2009 से 2011 के बीच मुंबई स्थित पीएनबी की ब्राडी हाउस शाखा के प्रभारी रहे राजेश जिंदल को मुंबई में मंगलवार को दिन भर की पूछताछ के बाद रात को गिरफ्तार कर लिया गया सीबीआई ने कहा है कि नीरव मोदी और उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी को लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एलओयू) और विदेशी साख पत्र के जरिए कर्ज दिलाने के नाम पर हुआ हजारों करोड़ का घपला जिंदल के कार्यकाल में हुआ था। जिंदल अभी पीएनबी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में बतौर महाप्रबंधक (क्रेडिट) नियुक्त थे। जिंदल इस मामले में गिरफ्तार हुए बारहवें अभियुक्त हैं। उन्हें बुधवार को मुंबई स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें पांच मार्च तक के लिए सीबीआई की हिरासत में सौंप दिया।