संयुक्त राज्य अमेरिका में एक विज्ञान शिक्षिका को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि शिक्षिका ने अपने घर पर 17 वर्षीय छात्र को कोरोना का टीका लगाया, जबकि महिला इसके लिए अधिकृत नहीं थी। महिला की पहचान 54 वर्षीय लौरा रूसो के रूप में की गई है। वह पेशे से विज्ञान शिक्षिका है। अभी तक मामले में यह भी पता नहीं चल सका है कि महिला के पास कोरोना वैक्सीन कैसे पहुंची। पुलिस के अनुसार, 17 वर्षीय छात्र को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए महिला शिक्षिका ने उसके माता-पिता से भी इजाजत नहीं ली थी।

वीडियो सामने आने के बाद की गई शिकायत
न्यूयॉर्क पुलिस का कहना है कि मामले की शिकायत छात्र की मां की ओर से की गई थी। उन्हें अपने बेटे को वैक्सीन की डोज लगाने के बारे में पता चला था, इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से संपर्क किया। पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो क्लिप भी सामने आया। इसके बाद पुलिसने लौरा रूसो को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि महिला पेशेवर न तो पेशेवर चिकित्सक है और न ही वह टीका लगाने के लिए अधिकृत की गई है । मामला सामने आने के बाद स्कूल से भी रूसो को निकाल दिया गया है।

वैक्सीनेशन सेंटर पर ही लग सकती है वैक्सीन
पुलिस ने बताया कि कोविड-19 टीका सिर्फ और सिर्फ वैक्सीनेशन सेंटर पर ही लगाया जा सकता है। वहीं इसके लिए मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है और उन्हें इसके लिए अधिकृत भी किया गया है। कोई भी वैक्सीनेशन सेंटर के अलावा वैक्सीन नहीं लगवा सकता।