भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पूर्व रविवार को हैडिंग्ले के नेट्स पर ट्रेनिंग शुरू की जिसमें सभी शीर्ष खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। पांच मैचों की श्रृंखला के तीसरे टेस्ट के लिए लीड्स पहुंचने के तुरंत बाद भारतीय टीम ने अभ्यास शुरू किया।
पहले और दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने बस एक ही स्पिनर को जगह दी है। सीनियर खिलाड़ी अश्विन को बाहर कर जडेजा ने दोनों मुकाबले खेले है। लेकिन हैरानी की बात है कि जडेजा जैसा खिलाड़ी इन मैचों में कुछ खास नहीं कर सका। रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का मकसद बुरी तरह फ्लॉप साबित हुआ। इस टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा न तो एक भी विकेट ले पाए और न ही कोई बड़ी पारी खेल पाए। जडेजा की सीधी गेंदों से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कोई दिक्कत नहीं हो रही, उल्टा जडेजा की गेंदों पर रन पड़ रहे हैं।
तीसरे टेस्ट मैच में जडेजा की जगह रविचंद्रन अश्विन को मौका दिया जा सकता है। अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में जबर्दस्त प्रदर्शन किया था। अश्विन ने गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी चेन्नई टेस्ट में शतक जड़ा था। इंग्लैंड के बल्लेबाज अश्विन के सामने कमजोर दिखाई दिए हैं। अश्विन की बॉलिंग में ज्यादा वैरिएशन उन्हें प्लेइंग इलेवन का टिकट दिलाने के लिए काफी है।