नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 41,157 मामले सामने आए जबकि 518 लोगों की मौत हो गई। इसके एक दिन पहले देश में 38,079 मामले सामने आए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में सक्रिय मामले अब 4,22,660 हो गए और ठीक होने की दर 97.31 प्रतिशत रही है। शनिवार को जांचे गए 19,36,709 नमूनों सहित अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 44,39,58,663 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 51,01,567 सहित भारत में कुल 40,49,31,715 कोविड वैक्सीन खुराकें दी गईं।
कोविड-उपयुक्त व्यवहार के बारे में व्यापक सार्वजनिक लापरवाही के बीच, भारत के कोविड -19 महामारी टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वी.के. पॉल ने चेतावनी दी है कि तीसरी लहर की संभावना बहुत वास्तविक है क्योंकि भारत की आबादी को अभी तक झुंड प्रतिरक्षा प्राप्त नहीं हुई है। शक्रवार को, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड -19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अगले 100-125 दिन महत्वपूर्ण होंगे।
कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी का धीमा होना एक चेतावनी: डॉ वीके पॉल
बीते कई दिनों से देश में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं। साथ ही मौतों की संख्या में भी कमी आ रही है। हालांकि इसको लेकर सरकार ने एक चेतावनी जारी कर दी है। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में हाल में प्रतिदिन धीमी गति से कमी होना एक चेतावनी है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने कहा कि तीसरी लहर की संभावना बनी हुई है क्योंकि आबादी संक्रमण के प्रति अब भी बहुत जोखिमग्रस्त है।
डॉक्टर पॉल ने चेतावनी दी, ‘हम अब तक सामुदायिक प्रतिरक्षा के चरण में नहीं पहुंचे हैं। हम संक्रमित होकर सामुदायिक प्रतिरक्षा नहीं प्राप्त करना चाहते हैं। हम टीकों के मामले में प्रगति कर रहे हैं और हमारे सर्वाधिक जोखिमग्रस्त समूह, 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, में करीब 50 प्रतिशत लोग सुरक्षित हैं। यह मृत्यु दर को भी कम करेगा, लेकिन संक्रमण का प्रसार हो सकता है। हम संक्रमण के दायरे में आ सकते हैं। वायरस अब भी हमारे आसपास है।’ पॉल ने कहा कि अगले 100-125 दिन महत्वपूर्ण हैं।
पॉल ने कहा, ‘हमें सावधान रहने की जरूरत है। हमने देखा है कि संक्रमण के मामलों में कमी आना धीमा हो गया है और यह हमें एक चेतावनी है लेकिन स्थिति अब भी नियंत्रण में है। यह बिगड़ सकती है। कुछ उपाय (कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन) हैं जिनके बारे में बात की जा रही है। यदि हम उनका इस्तेमाल करेंगे तो तीसरी लहर नहीं आएगी। यदि हम सभी फैसला कर लेंगे तो कोई तीसरी लहर नहीं आएगी। यदि 3-4 महीनों में टीकाकरण अभियान आगे बढ़ेगा तो इस बात की संभावना बनेगी कि एक सुरक्षित जोन बन जाए। लेकिन अगले 100-125 दिन महत्वपूर्ण हैं, प्रणाली और लोगों, दोनों के लिए। हमें सावधान रहना होगा।’