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लोहे की जंजीर से बच्चों के हाथ बांधे, फिर ज़िंदा ही नदी में फेंका, विचलित कर देगी तस्वीर

सतना| मध्य प्रदेश के सतना जिले से 12 दिन पहले अगवा किए गए तेल कारोबारी के जुड़वा बच्चों की हत्या कर दी गई है। दोनों बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में मिले हैं। विरोधी दल के नेता गोपाल भार्गव और पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चित्रकूट स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा संचालित सद्गुरु पब्लिक स्कूल से बस से घर लौट रहे जुड़वा भाइयों प्रियांश और श्रेयांश का 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था। ये दोनों बच्चे तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के बेटे थे।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन बच्चों के शनिवार की शाम को बांदा जिले के बबेरु से रिहा होने की खबरों ने जोर पकड़ा, लेकिन रविवार की सुबह जो खबर आई उसने सभी को चौंका दिया। इन बच्चों के शव बांदा जिले में यमुना नदी में मिले हैं। इस मामले में जिले के पुलिस अधिकारी ज्यादा कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। राज्य सरकार की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बदमाशों के कृत्य का शिकार बने बच्चों के परिजनों से रविवार की सुबह फोन पर बात कर शोक संवेदना वक्त करते हुए आरोपियों को सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।

दोनों अगवा किए गए बच्चों के शवों की जो तस्वीरें आई हैं, वह विचिलित कर देने वाली है। बच्चों के हाथों में लोहे की जंजीर पड़ी है, जो बता रही है कि, बच्चों को बांधकर नदी में फेंका गया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने जुड़वा भाइयों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश सरकार और प्रशासन चित्रकूट के अगवा जुड़वा बालकों को अपहरणकर्ताओं से मुक्त कराने में 12 दिन बाद भी असफल रही और अंतत: उन स्कूली बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई, लेकिन प्रदेश सरकार तबादलों में मस्त है, प्रशासनिक रिक्तता और अराजकता भीषण रूप से प्रदेश में व्याप्त हो चुकी है।

वहीं, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि तबादला उद्योग चलाने वाली इस सरकार ने मप्र की कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। चित्रकूट में अगवा जुड़वा भाईयों की हत्या दुखद है, 13 दिन बाद भी बच्चों को सुरक्षित वापस नहीं ला पाने वाली सरकार जवाब दे कि अपराधियों के हौसले बुलंद क्यों हो गए, क्यों जनता पर लगातार अपराध हो रहे हैं।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH