नई दिल्ली। अपने आखिरी लीग मैच में बांग्लादेश को हराने के बाद भी पाकिस्तान सेमीफाइनल में प्रवेश नहीं क्र पाया है। बांग्लादेश को उसे एक असंभव से दिखने वाले मार्जिन से हराना था लेकिन ऐसा हो न सका। पाकिस्तान की टीम में एक खिलाड़ी ऐसा भी था जो प्लेयिंग 11 में होता तो नज़ारा कुछ और होता। उस खिलाड़ी का नाम है मोहम्मद हसनैन।
वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद हसनैन के काफी चर्चे थे। पाकिस्तान के कोच मिकी आर्थर, मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक ने उनकी रफ्तार की काफी तारीफ की थी। साथ ही हसनैन को पाकिस्तानी टीम का ट्रंप कार्ड भी बताया था, लेकिन वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट में इस युवा तेज गेंदबाज को प्लेइंग इलेवन में जगह ही नहीं दी।
पूरे वर्ल्ड कप में मोहम्मद हसनैन साथी खिलाड़ियों को पानी पिलाते, उनके लिए तौलिए और मैसेज ले जाते नजर आए। वे टीम में खेलने का इंतजार करते रहे। बांग्लादेश के खिलाफ पाकिस्तान का आखिरी मैच था। सेमीफाइनल में जाने के लिए पाकिस्तान को बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में चमत्कारी जीत की जरूरत थी और ऐसे में मोहम्मद हसनैन अपनी पेस से कमाल कर सकते थे, लेकिन इसके बाद भी उन्हें नहीं खिलाया गया।