नई दिल्ली- अगस्त के महीने में भाजपा सरकार ने अपने दो कीमती रत्नों को खो दिया पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और फिर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली। जेटली जी के निधन की ख़बर मिलते ही तमाम पक्ष-विपक्ष के नेताओं का उनके घर पर जमावड़ा लग गया। लेकिन जिस वक्त अरुण जेटली एम्स हॉस्पिटल में अपनी ज़िन्दगी के आखिरी क्षणों में संघर्ष कर रहे थे उस वक्त देश के प्रधानमंत्री और उनके करीबी दोस्त नरेंद्र मोदी जी-7 के सिलसिले में विदेश यात्रा पर थे। यात्रा के दौरान ही पीएम मोदी को यह सूचना मिली की उनके मित्र अरुण जेटली अब इस दुनिया में नहीं रहे। हालांकि वह अपनी विदेश यात्रा बीच में छोड़कर ही आने वाले थे पर जेटली जी के परिवार ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। वैसे आपको बता दें कि मोदी जी ने विदेशों में अपने भाषणों के दौरान अपना दुख सभी के साथ साझा किया।
हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी तीन देशों की यात्रा खत्म करके हिंदुस्तान लौटने के बाद आज स्वर्गिय अरुण जेटली के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दिल्ली की कैलाश कालोनी स्थित आवास पर उन्होंने जेटली के परिजनों से मुलाकात कर अपनी सांत्वना प्रकट की। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह भी उनके साथ मौजूद रहे।