नई दिल्ली। भारत के सबसे अच्छे विश्वविद्यालय में से एक दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) रविवार की रात एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। यहां कैंपस में घुसकर कुछ नकाबपोशों ने छात्रों पर लाठी डंडे बरसाने शुरू कर दिए। इस हिंसा में दो दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए जिन्हें एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, हिंसा के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसपर कई सवाल उठ रहे हैं।
Shocking to see masked vigilantes with rods walking about as @DelhiPolice merrily watches them go by. Elsewhere cops have opened fire with lethal consequences for lesser provocation. Top cops and their political bosses need to explain why police took no action against goons. pic.twitter.com/sWXpMl7vWF
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) January 6, 2020
वीडियो में देखा जा सकता है कि हिंसा फैलाने के बाद नकाबपोश लाठी डंडो के साथ जेएनयू कैंपस से बाहर निकल रहे हैं। वीडियो के मुताबिक, पुलिस या गार्ड, किसी ने भी नकाबपोशों को पकड़ा नहीं। जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा है कि उनके ऊपर भी हमला किया गया। आइशी के सिर से खून निकलने की फोटो भी जेएनयूएसयू की ओर से जारी की गई।
हिंसा के बाद नकाबपोश किस तरह जेएनयू से आराम से निकले, इस वीडियो में साफ तौर से देखा जा सकता है। वहीं, सोमवार को दिल्ली पुलिस ने JNU हिंसा मामले में FIR दर्ज कर ली। इस मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हिंसा के दौरान कुल 23 लोग घायल हुए हैं उन्हें एम्स से रिलीज किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा में पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट और दंगे फैलाने की धारा के तहत मामला दर्ज किया है।