चैत्र नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आठवें दिन को महाअष्टमी भी कहा जाता है। इस दिन महागौरी की पूजा करने से आर्थिक कष्ट दूर होते हैं और दुख-दरिद्रता मिट जाती है।
महाअष्टमी के दिन गौरी पूजन के साथ-साथ कन्या पूजन का बहुत अधिक महत्व है। कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन किया हुआ है। इसलिए घर में मौजूद ही कन्या का पूजन करें।
धार्मिक मान्यता के अनुसार महागौरी का वर्ष सफेद है। इनके आभूषण भी इसी रंग के हैं। इसी वजह से महागौरी को श्वेताम्बरधरा भी कहा जाता है। इनकी चार भुजा है। मां का वाहन वृषभ है और महागौरी सिंह की सवारी भी करती हैं।
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महागौरी की पूजन विधि
अष्टमी के दिन सबसे पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
इसके बाद घर के मंदिर में लकड़ी की चौक पर महागौरी की प्रतिमा स्थापित करें।
मां के आगे दीपक जलाएं और फल, फूल अर्पित करें।
मां की आरती के बाद कन्या पूजन करें।