नई दिल्ली। महाराष्ट्र स्थित मुंबई में पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उन पर एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
Congress and its allies have shamed democracy once again.
Blatant misuse of state power against Republic TV & Arnab Goswami is an attack on individual freedom and the 4th pillar of democracy.
It reminds us of the Emergency. This attack on free press must be and WILL BE OPPOSED.
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2020
उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की कार्रवाई की तुलना इमरजेंसी से की है। एक ट्वीट में शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। उन्होंने इस कार्रवाई की तुलना साल 1975 में लगाई गई इमरजेंसी से करते हुए कहा कि यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है। फ्री प्रेस पर इस हमले का विरोध होना चाहिए।
कांग्रेस ने किया लोकतंत्र को शर्मिंदा: अमित शाह
गृह मंत्री ने लिखा- ‘कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मिंदा किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है। फ्री प्रेस पर इस हमले की सदैव निंदा होनी चाहिए।
रायगढ़ पुलिस ने किया अर्नब को गिरफ्तार
रिपब्लिक न्यूज चैनल का दावा है कि अर्नब को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पहले ही बंद किया जा चुका है। पुलिस महानिरीक्षक (कोंकण रेंज) संजय मोहिते ने पुष्टि की कि अर्नब गोस्वामी को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हालांकि, उन्होंने अधिक विवरणों देने से इनकार कर दिया। अर्नब को अलीबाग पुलिस स्टेशन ला गया है और कुछ देर में स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा।
मुंबई पुलिस ने आधिकारिक तौर पर नहीं बताया है कि अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी किस मामले में हुई है। बताया जा रहा है कि डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक की कथित आत्महत्या के मामले में उकसाने के आरोप में आईपीसी की धारा 306 के तहत अर्नब को गिरफ्तार किया गया है। मई 2018 में आत्महत्या से पहले लिखे एक खत में अन्वय नाइक ने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क के स्टूडियो का इंटीरियर डिजाइन कराने के बाद भुगतान नहीं किया था।