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भारत संग वार्ता में अमेरिकी मध्यस्थता चाहता है पाकिस्तान

वाशिंगटन| भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने के अमेरिका के प्रस्ताव का भारत ने भले ही विरोध किया है, लेकिन पाकिस्तान ने अमेरिका के इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।

अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत एजाज अहमद चौधरी ने मंगवार को कहा, “दक्षिण एशिया में शांति एवं स्थिरता लाने में अमेरिका यदि कोई सकारात्मक भूमिका निभाता है तो उससे क्षेत्र का लाभ हो सकता है।”

इसके पहले संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत निक्की हेली ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच वार्ता कराने में मध्यस्थता का सोमवार को प्रस्ताव किया था। भारतीय मूल की हेली ने न्यूयॉर्क में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, “यह बिल्कुल सही है कि यह प्रशासन भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते को लेकर चिंतित है और किसी भी तरह के विवाद को बढ़ने से रोकने की कोशिश करना चाहता है।”

हेली ने यह संकेत भी दिया था कि ट्रंप प्रशासन दोनों पड़ोसियों के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए वार्ता में हिस्सा लेगा। चौधरी ने यहां डॉन से कहा कि पाकिस्तान इस तरह के प्रयासों में रुचि रखता है, क्योंकि यह भारत के साथ अच्छा पड़ोसी संबंध चाहता है।

लेकिन भारत ने पाकिस्तान के साथ विवाद सुलझाने में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता खारिज कर दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने मंगलवार को कहा था, “भारत-पाकिस्तान के सभी मुद्दों को एक आतंकवाद व हिंसा मुक्त वातावरण में द्विपक्षीय तरीके से सुलझाने के सरकार के रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है।” उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से यह भी कहा कि वह भारत में सीमा पार से हो रहे आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए पाकिस्तान को राजी करे।

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Dileep Kumar
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