BSP महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने दी जानकारी
लखनऊ। 2014 के लोकसभा चुनाव व 2017 के उप्र विस चुनाव में मिली करारी हार का असर लगता है BSP (बहुजन समाज पार्टी) पर होना शुरू हो गया है। BSP सुप्रीमो मायावती ने पार्टी का मुस्लिम चेहरा रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल सिद्दीकी को निष्कासित कर दिया है।
BSP महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाला गया है। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टी की छवि को खराब कर रहे थे।
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मिश्रा ने आरोप लगाया कि सिद्दीकी ने पश्चिमी यूपी में बेनामी संपत्ति बनाई और अवैध बूचड़खाने भी चला रहे थे। सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी पार्टी के नाम पर वसूली करते थे। सिद्दीकी और उनके बेटे को पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त करने के साथ-साथ उन्हें पार्टी से निकालने का फैसला किया गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद यूपी विधानसभा चुनाव में भी BSP बीएसपी के लचर प्रदर्शन के बाद मायावती संगठन को नए सिरे से तैयार करने में जुटी हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने अपने भाई आनंद को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया।
पार्टी से निष्कासित किए गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी की गिनती बीएसपी के कद्दावर नेताओं में होती थी। वह पार्टी के मुस्लिम चेहरा थे और उन्हें मायावती का काफी करीबी माना जाता था। नसीमुद्दीन के बेटे अफजल सिद्दीकी की ही देखरेख में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान बीएसपी का सोशल मीडिया अभियान चल रहा था।