दुर्योधन, पूतना, अहिरावण और रावण की होती है पूजा
धार्मिक देश के रूप में विख्यात भारत कई जगहें ऐसी हैं जहां देवताओं के बजाय राक्षसों की पूजा होती है और लोग घूमने के लिए भी ऐसी जगहों पर जाना ज्यादा पसंद करते हैं। आइए जानिए ऐसे ही कुछ जगहों के बारे में-
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- नेटवार, उत्तराखंड
उत्तराखंड के नेटवार शहर से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा मंदिर है जहां दुर्योधन की पूजा की जाती है। यहां लोग दूर-दूर से माथा टेकने आते हैं और दुर्योधन को भगवान की तरह पूजते हैं। इसके साथ ही कुंती पुत्र कर्ण का भी मंदिर है।
- गोकुल, उत्तरप्रदेश
श्रीकृष्ण की नगरी गोकुल में पूतना राक्षसी का मंदिर है और लोग उनकी मां के रूप में पूजा-अर्चना करते हैं। पूतना ने श्रीकृष्ण को मारने के लिए बाल रूप में उन्हे अपना दूध पिलाया था। और खुद ही मारी गई थी।
- झांसी, उत्तरप्रदेश
झांसी से कुछ ही दूरी पर हनुमान जी का मंदिर है और इनके साथ ही अहिरावन की भी पूजा की जाती है। अहिरावन रावण का भाई था जिसने भगवान राम और लक्ष्मण को बंदी बना लिया था।
- कानपुर, उत्तरप्रदेश
इस शहर के शिवाला इलाके में रावण का मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 1890 में हुआ था। रावण को महान पंडित और शक्ति का प्रतीक मानते हुए लोग उनकी पूजा करते हैं। यह मंदिर साल में सिर्फ एक बार दशहरे वाले दिन ही खुलता है और लोग यहां अपनी मन्नते पूरी करने के लिए आते हैं।