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शोधकर्ताओं का दावा, अब आपके पसीने से चार्ज होगा मोबाइल और रेडियो

इंसान के पसीने से बिजली, सोलर एनर्जी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लैक्टिक एसिड

इंसान के पसीने से बनाई जाएगी बिजली

लखनऊ। अब इंसान का पसीना भी आएगा काम। जी हां, सोलर एनर्जी के विस्तार के लिए विशेषज्ञों ने नया तरीका तलाशा है। दरअसल पसीने का इस्तेमाल करके बिजली बनाई जाएगी जो हमारी रोज़मर्रा की जरूरतें पूरी करेगी।इंसान के पसीने से बिजली, सोलर एनर्जी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लैक्टिक एसिडएक शोध ने हमारे पसीने में मौजूद तत्वों की मदद से रेडियो चार्ज करने का दावा किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे हमारी रोजमर्रा की ऊर्जा की छोटी-मोटी जरूरतों को आसानी से पूरा किया जा सकेगा। हमारे पसीने में मौजूद तत्वों की मदद से रेडियो चार्ज किया जा सकता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में विशेषज्ञों की टीम ने एक प्रयोग किया, जिसमें उन्होंने एक जैविक ईंधन से बनी त्वचा पर लगाई जा सकने वाली पट्टी बनाई है। ये पट्टी इंसान के पसीने से ऊर्जा उत्पन्न करती है जिससे रोडिया या मोबाइल फोन जैसे उपकरणों को चार्ज किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक पसीने में मौजूद लैक्टिक एसिड से ये पट्टी ऊर्जा पैदा कर सकती है।

प्रमुख शोधकर्ता जोसेफ वांग ने कहा कि इस तकनीक के जरिए फोन को कहीं भी चार्ज किया जा सकता है। इसके लिए थोड़ा सा पसीना बहाने की जरूरत होगी। इस पट्टी में कुछ ऐंजाइम का इस्तेमाल किया गया है, जो साधारण बैटरियों में धातु का काम करते हैं।

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Sudha Pal
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