नई दिल्ली। आज हर कोई पुरुष कसरत कर अपनी बॉडी और सिक्स पैक एब्स बनाने में जुटा हुआ है, यहां तक के बच्चे भी। ऐसे में तो कई लोग steroid तक का इस्तेमाल कर रहें हैं। इन सब के बीच पुरुष और लड़के इस बात से अंजान हैं कि ज्यादा कसरत करने से उन्हें पछताना भी पड़ सकता है।इंदिरा आईवीएफ अस्पताल के आईवीएफ एक्सपर्ट अरविंद वेद ने बताया, “ऐसे कई लोग हैं जो शरीर सौष्ठव के लिए भारी कसरत का लंबे समय तक प्रशिक्षण लेते हैं। यह उनके शरीर में शुक्राणुओं की संख्या को कम कर सकता है। अगर कोई कसरत करके बहुत ज्यादा थक रहा है, तो उस पुरुष की तुलना में जो सामान्य कसरत करता है, भारी कसरत करने वाले व्यक्ति के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या घट जाती है।”
IVF विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा कसरत या स्टेरॉयड का इस्तेमाल इनमें नपुंसकता (infertility) ला रहा है। लंबे समय तक कठिन कसरत करने से शुक्राणुओं की संख्या में कमी आती है। इससे पुरुषों की बच्चा पैदा करने की क्षमता कम हो जाती है।
बांझपन को बढ़ाने में एक अन्य कारक बॉडी बिल्डिंग के लिए स्टेरॉयड का प्रयोग किया जाना है। इससे जूस्पर्मिया नामक बीमारी होती है। जूस्पर्मिया होने पर वीर्य में शुक्राणु का निर्माण नहीं हो पाता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में बताया गया है कि लगभग 1 प्रतिशत भारतीय पुरुष जूस्पर्मिया से प्रभावित हैं।