सुल्तानपुर। जनपद के जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के भीखूपुर गांव में शनिवार 10 मार्च देर शाम जब जगदीश निषाद की लाश गांव पहुंची तो कोहराम मच गया। पिता की लाश देख मृतक की दो बेटियां रो—रो कर बस एक ही बात कह रही हैं – ‘हम अपने पापा के बिना नहीं रह पायेंगे। उनकी ये हालत देख वहां सबकी आंखें नम है।
दरअसल, शुक्रवार 9 मार्च को जगदीश निषाद 38 पुत्र गयाप्रसाद अपने चाचा के लड़के रामजन्म पुत्र जगन्नाथ के साथ रिश्तेदार के घर जा रहा था। एक ही बाइक पर सवार दोनों अभी जयसिंहपुर कोतवाली के टाण्डा-रायबरेली नेशनल हाइवे के तिन्दौली गांव के पास पहुंचे थे कि बाइक के हाई स्पीड में होने के कारण सामने की ओर से आ रही गाड़ी की लाइट की चकाचौंध में एकाएक पास होने के चक्कर में दोनों हाइवे के किनारे खड़ी बाइक से टकराकर रोड पर गिर पड़े।
लोगों से मिली जानकारी के अनुसार यह बता चला है कि बाइक को जगदीश ही चला रहा था, उसने हेलमेट भी पहन रखा था। लेकिन बहुत तेज़ स्पीड के चलते हेलमेट भी उसे बचा नहीं सका। हेड इंजरी के कारण उसकी मौके पर मौत हो गई और राम जनम को गम्भीर चोटें आईं। उसका इलाज चल रहा है।
पत्नी का बुरा हाल
पुलिस ने जगदीश की लाश को पोस्टमार्टम के लिये भेजा था और शनिवार को जब पोस्टमार्टम के बाद उसकी लाश गांव पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। तीन भाईयों में जगदीश अपने माता—पिता का सबसे बड़ा बेटा था और उसकी इस तरह मौत से माता-पिता की आंखें पथरा गई हैं। वहीं मृतक जगदीश की पत्नी उर्मिला ये कहकर बेहोश हुई जा रही के हम कैसे जी पाएंगे। मृतक की दो बेटियां खुशबू 18 और राधा 16, व दो लड़के विपिन 12 और चन्दन 9 का भी रो-रो कर बुरा हाल है।