Spiritual

नवरात्रि पर धन-संपदा आए न आए, ‘ये’ ज़रूर आते हैं

लखनऊ। एक समय था जब नवरात्र के पहले दिन आप सुबह उठ कर नहाते थे, मंदिर जाते थे फिर पूरा दिन कहीं पूजा पाठ तो कहीं व्रत का परायण करते थे. त्यौहार वही हैं, आस्था श्रद्धा वही है, पूरी प्रक्रिया वही है मगर अब हमारे त्योहारों में एक महत्त्वपूर्ण चीज़ शामिल हो गयी जो शामिल हुई तो कुछ ऐसे कि सबसे ऊपर आकर बैठ गयी.

इस महत्त्वपूर्ण वस्तु का नाम है “Whatsapp Wishes”. इनके आने के बाद मंज़र कुछ यूँ बदला कि आप सुबह उठते हैं सबको पहले संदेशिक बधाई भेजते हैं फिर थोड़ी देर बाद वही बधाइयाँ स्वीकार करते हैं. कुछ समय बाद आप उन्ही बधाइयों में से सबसे उत्तम बधाई की एक ‘Story’ डालते हैं. फिर पूरा दिन किसने देखा किसने नहीं देखा की लुकाछिपी में बिता देते हैं. इस पूरे क्रियाकलाप में अगर समय मिलता है तो पूजा-पाठ व्रत परायण भी होता रहता है.

इस नवरात्र भी नज़ारा कुछ ऐसा ही है whatsapp पर संदेशों की बाढ़ है. जिसको पडोसी से पता चलता है कि आज नवरात्र है वो भी बिरयानी खाते खाते आपको नवरात्र और हिन्दू वर्ष की शुभकामनायें भेजता है. कभी मेसेज न करने वाली प्रजातियाँ भी इस मौसम में सक्रीय हो जातीं हैं. ये सभी सन्देश आपके पास दुर्गा माँ की फोटो के साथ भी आ सकते है और बिना भी लेकिन इससे आप उनकी भक्ति पर सन्देश नहीं कर सकते.

ऐसे में आप जानलेवा whatsapp family groups से बच कर रहें. इन सभी संदेशों में जो सबसे कॉमन बात ये है की नवरात्री की बधाइयाँ भी “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” जैसे जोशीले वाक्यों से सजी हुई हैं. हम आपको किसी भी मेसेज का कोई नमूना नहीं देंगे इसके लिए आप खुद के whatsapp का प्रयोग भी कर सकते हैं. और आखिर में आप सभी को नवरात्र और हिन्दू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें.

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH