दिल्लीः जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक 14 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी असलम भी दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। हिंसा की जांच के लिए पुलिस की 10 टीमें गठित की गई हैं।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में कई लोग घायल हो गए हैं। इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया है। हिंसा की जांच के लिए पुलिस की 10 टीमें गठित की गई हैं। साथ ही पुलिस की ओर से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। दिल्ली से लेकर यूपी तक पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। सीएम केजरीवाल ने भी लोगों से शांति की अपील की है। इसके साथ ही हिंसा पर दिल्ली और केंद्र सरकार की सियासत शुरू हो गई है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इसे आतंकी हरकत बताया है।
उपद्रव होने की पहले से ही थी आशंका
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि उपद्रव होने की आशंका पहले से ही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया। ऐसे में इसे दिल्ली पुलिस की खुफिया विभाग की असफलता बताया जा रहा है। के ब्लॉक के रहने वाले राजबीर ने सवाल किया कि शोभायात्रा निकालते और उसकी तैयारी करते वक्त दंगा होने की आशंका पहले से ही थी तो पुलिस को इस बारे में क्यों नही पता चला। हिंसा को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बात की है और कहा है कि हिंसा के दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
सीएम केजरीवाल ने शांति बनाए रखने की अपील की
जहांगीरपुरी में हुई पथराव की घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘लोगों से कहना चाहता हूं कि उन्हें शांति व्यवस्था बनाए रखनी है क्योंकि बिना उसके देश तरक्की नहीं कर सकता। एजेसिंया, पुलिस और दिल्ली में केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है तो केंद्र सरकार दिल्ली में शांति व्यवस्था बनाए रखे।’