लखनऊः इस साल पांच राज्यों के चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर सभी चुनावी राज्यों में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। चुनाव आयोग ने साफ शब्दों में बताया है कि चुनाव तय समय सीमा पर ही होंगे। मतदान सूची भी जारी कर दी गई है। अगर बात चुनावी चर्चा की करें तो हर बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा चर्चा में है। 403 विधानसभा सीट वाले इस प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी राजनेता आपसी बयानबाजी कर एक-दूसरे पर निशाना साधने में लगे हुए हैं। दूसरी ओर चुनावी वादों की भी बौछार होने लगी है। धरना प्रदर्शन भी खूब देखने को मिल रहे है। तो चलिए जानते है कि चुनाव आयोग ने इस बार के चुनावों के लिए क्या प्रमुख बाते कहीं है-
चुनाव आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस बार उत्तरप्रदेश में सात चरणों में चुनाव को अंजाम दिया जाएंगा। पहले चरण 10 फरवारी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी , चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवा चरण 27 फरवरी , छठा चरण 3 मार्च और सातवा चरण 7 मार्च को होंगे। इसके बाद चुनावों की गिनती कर कौन सी पार्टी इस बार चुनावी जंग में जीत हासिल करेगी। इस बात का फैसला 10 मार्च को होगा और यूपी को 5 सालों के लिए एक नया मुख्यमंत्री मिल जाएंगा।
सात चरणों में होंगे 5 राज्यों के चुनाव
- सात चरणों में होंगे पांच राज्यों में चुनाव। उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान।
- उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान।
- पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान।
- 10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी।
टीके की दोनों खुराक जरूरी
हर राज्य की विधानसभा सीट का कार्यकाल पांच साल ही रह सकता है। समय पर चुनाव कराना लोकतांत्रिक शासन सुनिश्चित कराने के लिए जरूरी है। चुनाव ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी ऐसे होंगे, जो टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्हें एहतियाती अतिरिक्त खुराक भी दी जा सकेगी।
सभी चुनावकर्मियों का टीकाकरण
-सभी चुनावकर्मियों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होगी। टीकाकरण अभियान तेज किया जा रहा है।
इन तीन एप्स पर अहम जानकारियां
- आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर उपलब्ध होगी।
- Suvidha Candidate एप सक्रिय रहेगा। ये राजनीतिक दलों के लिए है। उन्हें किसी दफ्तर में जाकर रैली वगैरह के लिए इजाजत नहीं मांगनी होगी। वे इस एप के जरिए उपलब्धता देख सकेंगे।
- Cvigil एप का इस्तेमाल आम जनता और मतदाता कर सकेंगे। किसी भी गड़बड़ी की फोटो खींचकर इस एप पर अपलोड की जा सकेगी। 100 मिनट के अंदर चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंचकर जरूरी कदम उठाएगी
धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा
चुनाव में धनबल का इस्तेमाल रोका जाएगा। गैरकानूनी पैसे-शराब पर कड़ी नजर रखी जाएगी। सभी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है : मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा
ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा
उम्मीदवारों को नामांकन ऑनलाइन दाखिल करने की वैकल्पिक सुविधा मिलेगी। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को अखबारों, टीवी चैनलों पर प्रचार अभियान की अवधि के दौरान तीन बार अपने खिलाफ लंबित मुकदमों की जानकारी देनी होगी। राजनीतिक दलों को भी यह बताना होगा कि ऐसी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उन्होंने क्यों चुना है। ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी know your candidate एप पर भी उपलब्ध होगी।
2.15 लाख मतदान केंद्र
2.15 लाख मतदान केंद्र होंगे। हर मतदान केंद्रों पर अधिकतम 1250 वोटर ही होंगे। हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पूरी तरह से महिला स्टाफ के जिम्मे होगा। 690 निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे 1620 मतदान केंद्र होंगे।
24.9 लाख मतदाता पहली बार डालेंगे वोट
24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। महिला वोटरों की भागीदारी बढ़ी है। 11.04 लाख महिलाएं पहली बार मतदान करेंगी।
कुल 18.3 करोड़ मतदाता
चुनाव तैयारियों की समीक्षा की गई। कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराएंगे। 18.34 करोड़ मतदाता इस बार चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। इनमें 8.55 करोड़ महिलाएं हैं।
– कोरोना में चुनाव कराना महत्वपूर्ण है। इसके लिए नए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। कुछ तैयारियां भी की गई हैं। हमने इस बार तीन उद्देश्यों पर काम किया है। कोविड फ्री चुनाव, मतदाताओं की सहूलियत और अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी।




