Spiritual

राम भक्तों के लिए भारतीय रेलवे ने की घोषणा, इस ट्रेन से होंगे भगवान राम के सभी धार्मिक स्थलों के दर्शन

भारतीय रेलवे ने भगवान श्री राम के भक्तों के लिए एक ऐसी घोषणा की है जिसे सुनकर सभी भक्तजन खुश हो जाएंगे। दरअसल, अब आईआरसीटीसी (IRCTC) ने एक बार फिर रामायण सर्किट पर भारत गौरव ट्रेन की सफलता को देखते हुए इसे फिर से शुरू करने का फैसला लिया है। इंडियन रेलवे ने यह घोषणा की है कि यह ट्रेन अब 24 अगस्त से चलाई जाएगी। बता दे कि भारतीय रेलवे की ये ट्रेन अब श्रद्धालुओं को भगवान श्रीराम से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी।

अयोध्या समेत इन धार्मिक स्थलों के होंगे दर्शन :

भारतीय रेलवे ने अपनी घोषणा में कहा है कि यह ट्रेन 24 अगस्त से चलाई जाएगी जो कि अअयोध्या, जनकपुर, सीतामढ़ी, बक्सर, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम, कांचीपुरम, भद्राचलम जैसे स्‍थलों के दर्शन यात्रियों को करवाएगी।बता दें कि यात्रियों का सफर और भी सुविधाजनक बनाने के लिए इंडियन रेलवे ने इस ट्रेन के संचालन की अवधि को 18 दिन से बढ़ाकर 20 दिन कर दिया है।

भारतीय रेलवे ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रामायण सर्किट रूट पर चलाई जा रही इस वातानुकूलित ट्रेन का पहला कदम प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या रखा है। इस यात्रा के दौरान यात्री श्री राम जन्म भूमि मंदिर, श्री हनुमान मंदिर और भारत नंदीग्राम के दर्शन कर पाएंगे। इस ट्रेन का मार्ग जयनगर से होते हुए जनकपुर तक होगा। इसमें यात्रीगण श्रद्धालु जनकपुर में रात्रि विश्राम के साथ जानकी मंदिर और राम जानकी विवाह स्थल का भी दर्शन कर लेंगे।

कहाँ होगा रात्रि प्रवास :

जाहिर है श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद रात्रि प्रवास के लिए कहीं रुकना भी होगा जिसके लिए यात्री काशी प्रयाग और चित्रकूट में रात्रि प्रवास करेंगे। ट्रेन सीतामढ़ी से रवाना होकर बक्सर जाएगी जहां श्रद्धालुगढ़ श्री विश्वामित्र जी के आश्रम और रामरेखा घाट पर गंगा स्नान करके ट्रेन के अगले पड़ाव यानी भगवान शिव की नगरी काशी की ओर अग्रसर होंगे। जिसके बाद श्रद्धालुओं को बसों के जरिए सीता प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट सहित काशी के प्रसिद्ध मंदिरों का दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा।

चित्रकूट से किश्‍क‍िंधा तक महत्‍वपूर्ण पड़ाव :

अब ट्रेन नासिक के बाद अपने महत्वपूर्ण पड़ाव की ओर आगे बढ़ेगी, जिसके चलते चित्रकूट से निकलने के बाद यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी जहां पर श्रद्धालुओं को पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर के दर्शन मिलेंगे। इसके बाद ट्रेन अपने महत्वपूर्ण पड़ाव यानी नासिक से होते हुए प्राचीन शहर किष्किंधा की ओर अग्रसर होगी जहां किष्किंदा के हम्पी में यात्री अंजनी पर्वत पर स्थित श्री हनुमान जी के जन्म स्थान के साथ-साथ और भी महत्वपूर्ण मंदिर के दर्शन कर पाएंगे।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH