कांग्रेस ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल कर 40 सीटों पर जीत हासिल की, जो 68 सदस्यीय सदन में 34 के आधे से अधिक के आंकड़े से छह अधिक है, जबकि निवर्तमान सत्ताधारी भाजपा 25 सीटों पर सिमट गई है।
निवर्तमान मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रतिकूल जनादेश को स्वीकार करते हुए यहां मीडिया से कहा, मैं जनादेश का सम्मान करता हूं और मैं पिछले पांच वर्षो के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम राजनीति से परे राज्य के विकास के लिए खड़े रहेंगे। हम अपनी कमियों का भी विश्लेषण करेंगे और अगले कार्यकाल में सुधार करेंगे।
ठाकुर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर निर्भर थे। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया, जिन्होंने इसे स्वीकार कर लिया।
सुरेश भारद्वाज, राम लाल मारकंडा, सरवीन चौधरी, राकेश पठानिया, गोविंद ठाकुर, वीरेंद्र कंवर और राजीव सैजल सहित कई निवर्तमान मंत्री चुनाव हार गए।
भाजपा के दो बागी और एक कांग्रेस सहित तीन निर्दलीय विजयी हुए।
हिमाचल प्रदेश ने 1985 के बाद से किसी भी मौजूदा सरकार को सत्ता में वापस नहीं लाया है।
ठाकुर (57) ने मंडी में अपने गढ़ सिराज को बरकरार रखा, जहां से उन्होंने लगातार छह चुनाव – 1998, 2003, 2007, 2012, 2017 और 2022 – कांग्रेस के चेत राम पर 22,000 से अधिक मतों के अंतर से जीते।